पिछले 20 वर्षों में मेनिनजाइटिस के दस लाख से अधिक मामले सामने आए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, इस बीमारी ने 1,00,000 से अधिक लोगों की जान ले ली है। यह आंकड़ा बहुत चौंकाने वाला है।
मेनिनजाइटिस एक खतरनाक बीमारी है। यह मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के ऊतकों में सूजन पैदा करती है। यह बैक्टीरिया, वायरस या फंगी के कारण हो सकता है।
इस बीमारी से पीड़ित लोगों में बुखार, सिरदर्द और गर्दन में अकड़न जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
यह जानना महत्वपूर्ण है कि कौन से लोग इस बीमारी के प्रति अधिक संवेदनशील हैं। इस लेख में हम इस विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
मुख्य बिंदु
- मेनिनजाइटिस मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के ऊतकों में सूजन है
- पिछले 20 वर्षों में दस लाख से अधिक संदिग्ध मामले सामने आए
- बीमारी के प्रमुख लक्षण बुखार, सिरदर्द और गर्दन में अकड़न हैं
- समय पर उपचार न मिलने पर 50% तक मरीजों की मृत्यु हो सकती है
- कुछ आयु वर्ग और व्यक्ति इस बीमारी के प्रति अधिक संवेदनशील हैं
मेनिनजाइटिस क्या है और कैसे फैलता है?
मेनिनजाइटिस एक गंभीर बीमारी है जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को घेरती है। यह विभिन्न प्रकार के संक्रमणों से हो सकता है, जैसे वायरल, फंगल और बैक्टीरियल। मेनिनजाइटिस का प्रसार तेजी से हो सकता है, इसलिए चेतावनी के संकेतों को पहचानना महत्वपूर्ण है।
मस्तिष्क की सुरक्षात्मक परतें और मेनिनजाइटिस
मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी तीन परतों से ढकी होती हैं। इन्हें मेनिंजेस कहा जाता है। जब ये परतें संक्रमित हो जाती हैं, तो मेनिनजाइटिस हो जाता है।
मेनिनजाइटिस के प्रमुख कारण
मेनिनजाइटिस के मुख्य कारणों में नाइस्सेरिया मेनिंजाइटिस, स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया और हेमॉफिलस इन्फ्लुएंजा शामिल हैं। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में फंगल मेनिनजाइटिस भी हो सकता है। वायरल मेनिनजाइटिस हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस, एचआईवी और मम्प्स वायरस से हो सकता है।
संक्रमण का प्रसार और फैलाव
मेनिनजाइटिस का प्रसार मुख्यतः रक्त के माध्यम से होता है। बैक्टीरिया रक्त में प्रवेश करते हैं और मस्तिष्क तक पहुंच जाते हैं। यह साइनस और निमोनिया से भी जुड़ा हो सकता है। गर्मी के मौसम में मां से बच्चे में भी मेनिनजाइटिस फैल सकता है। लक्षणों में तेज बुखार, रीढ़ के आसपास दर्द, सिरदर्द और गर्दन में अकड़न शामिल हैं।
मेनिनजाइटिस किन्हें प्रभावित करता है?
मेनिनजाइटिस एक गंभीर बीमारी है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। कुछ लोग इस बीमारी के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
आइए देखें कि कौन से लोग इस बीमारी के जोखिम में हैं।
उच्च जोखिम वाले आयु वर्ग
मेनिनजाइटिस के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील आयु वर्ग हैं:
- नवजात शिशु और 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे
- किशोर और युवा वयस्क (15-24 वर्ष)
- 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग
इन आयु वर्गों में मेनिनजाइटिस का खतरा अधिक होता है। शिशुओं में गर्दन की अकड़न नहीं हो सकती है। बुजुर्गों में लक्षण अलग हो सकते हैं।
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्ति
निम्नलिखित स्थितियों में लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है:
- HIV/AIDS से पीड़ित व्यक्ति
- कैंसर के मरीज
- अंग प्रत्यारोपण के बाद इम्युनोसप्रेसिव दवाएं लेने वाले लोग
विशेष जोखिम समूह
कुछ विशेष परिस्थितियों में भी मेनिनजाइटिस का खतरा बढ़ जाता है:
जोखिम समूह | कारण |
---|---|
छात्रावास में रहने वाले छात्र | निकट संपर्क में रहना |
सैन्य कर्मी | सामूहिक जीवन शैली |
यात्री | नए वातावरण का संपर्क |
प्लीहा की सर्जरी कराने वाले | कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली |
मेनिनजाइटिस के उच्च जोखिम वाले लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना चाहिए। यदि आप इन समूहों में से किसी एक में आते हैं, तो नियमित जांच और टीकाकरण के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें।
मेनिनजाइटिस के विभिन्न प्रकार और उनकी गंभीरता
मेनिनजाइटिस एक गंभीर बीमारी है जो हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करती है। इसके कई प्रकार हैं, जिनमें एक्यूट बैक्टीरियल मेनिनजाइटिस सबसे खतरनाक माना जाता है। वायरल मेनिनजाइटिस और नॉनइंफेक्शियस मेनिनजाइटिस भी पाए जाते हैं, जो कम गंभीर होते हैं।
एक्यूट बैक्टीरियल मेनिनजाइटिस तेजी से बिगड़ता है और इसके लिए तुरंत चिकित्सा की आवश्यकता होती है। इसमें नसों में एंटीबायोटिक्स दिए जाते हैं। वहीं, वायरल मेनिनजाइटिस से पीड़ित लोग कुछ हफ्तों में ठीक हो जाते हैं। इसका उपचार मुख्य रूप से लक्षणों के प्रबंधन पर केंद्रित होता है।
मेनिंगोकोकल मेनिनजाइटिस की मृत्यु दर उच्च है। लक्षण शुरू होने के 24 से 48 घंटों के भीतर मरीजों की मौत हो सकती है। पांच में से एक मरीज को आजीवन जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है। मेनिनजाइटिस के प्रकार और उनकी गंभीरता को समझना महत्वपूर्ण है ताकि समय पर उचित उपचार किया जा सके।
FAQ
मेनिनजाइटिस क्या है?
मेनिनजाइटिस किस तरह फैलता है?
कौन लोग मेनिनजाइटिस के उच्च जोखिम में हैं?
मेनिनजाइटिस के विभिन्न प्रकार क्या हैं?
मेनिनजाइटिस का निदान कैसे किया जाता है?
मेनिनजाइटिस का इलाज कैसे किया जाता है?
स्रोत लिंक
- मेनिनजाइटिस का परिचय – मेनिनजाइटिस का परिचय – MSD Manual Consumer Version
- मेनिनजाइटिस के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज – Meningitis symptoms, causes, treatment, medicine, doctor in Hindi
- Video on How Meningitis Spreads
- मेनिनजाइटिस: लक्षण, कारण, उपचार और रोकथाम
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- तानिकाशोथ
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