दिल के दौरे का तेज़ और सटीक निदान: मशीन लर्निंग आधारित एक नई तकनीक

आज की तेज़ गति वाली दुनिया में, हृदय रोग और दिल के दौरे (Myocardial Infarction) जैसी समस्याओं का तेजी से निदान करना स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। दिल के दौरे के लक्षण, जैसे सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, और थकान, कई बार सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं से मिलते-जुलते होते हैं। इसलिए, जल्दी और सही ढंग से यह पहचानना कि किसी व्यक्ति को दिल का दौरा हुआ है या नहीं, जीवन और मृत्यु के बीच का फर्क हो सकता है।

इस चुनौती को हल करने के लिए वैज्ञानिकों ने एक अत्याधुनिक तकनीक विकसित की है, जो मशीन लर्निंग और High-Sensitivity Cardiac Troponin I (hs-cTnI) के परीक्षण पर आधारित है। इस तकनीक का उपयोग करके, डॉक्टर अब तेजी से और सुरक्षित तरीके से दिल के दौरे का निदान कर सकते हैं।

दिल का दौरा: एक संक्षिप्त परिचय

दिल का दौरा तब होता है जब हृदय को रक्त की आपूर्ति कम हो जाती है या पूरी तरह से बंद हो जाती है। इससे हृदय की मांसपेशियों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और वे क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। समय पर उपचार न मिलने पर यह स्थिति घातक हो सकती है। पारंपरिक तरीकों में, दिल के दौरे का पता लगाने के लिए विभिन्न प्रकार के परीक्षण किए जाते हैं, जिनमें ईसीजी और ट्रोपोनिन स्तरों की जाँच शामिल है। लेकिन इन परीक्षणों में समय लगता है और अक्सर यह प्रक्रिया कई घंटों तक खिंच जाती है।

मशीन लर्निंग का उपयोग कैसे हो रहा है?

हाल के एक शोध में, वैज्ञानिकों ने Artificial Intelligence in Suspected Myocardial Infarction Study (ARTEMIS) नामक एक मशीन लर्निंग एल्गोरिदम विकसित किया है। यह एल्गोरिदम विशेष रूप से उन मरीजों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो दिल के दौरे के लक्षणों के साथ अस्पताल में आते हैं। यह मरीज की व्यक्तिगत जानकारी, जैसे उम्र, लिंग, लक्षणों की शुरुआत का समय और High-Sensitivity Cardiac Troponin I (hs-cTnI) के स्तर का उपयोग करके तेजी से और सटीक निदान करता है।

यह एल्गोरिदम पारंपरिक मानकों की तुलना में बहुत तेज़ काम करता है और इसमें बहुत कम गलत परिणाम मिलने की संभावना होती है। The Lancet में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, इस एल्गोरिदम की सटीकता दर 99.96% है, जो इसे पारंपरिक तरीकों से अधिक प्रभावी बनाती है। आप यहां इस शोध का पूरा विवरण पढ़ सकते हैं।

दिल के दौरे का तेज़ निदान क्यों महत्वपूर्ण है?

जिन मरीजों को अस्पताल में दिल का दौरा होने का संदेह होता है, उनके लिए समय पर निदान और उपचार बेहद महत्वपूर्ण होता है। हर मिनट की देरी से हृदय की मांसपेशियां अधिक क्षतिग्रस्त हो सकती हैं।

High-Sensitivity Cardiac Troponin (hs-cTn) परीक्षण, जो दिल के दौरे के दौरान रक्त में उपस्थित विशेष प्रोटीन को मापता है, एक महत्वपूर्ण परीक्षण है। परंपरागत रूप से, इस परीक्षण के परिणाम आने में कुछ समय लगता है। मशीन लर्निंग आधारित एल्गोरिदम, जैसे कि ARTEMIS, इस प्रक्रिया को तेज़ कर देते हैं और कुछ ही मिनटों में परिणाम दे सकते हैं। इससे डॉक्टरों को तुरंत यह पता चलता है कि मरीज को दिल का दौरा हुआ है या नहीं, जिससे उपचार प्रक्रिया में तेजी आती है।

ARTEMIS एल्गोरिदम की विशेषताएँ

यह तकनीक पारंपरिक तरीकों की तुलना में अधिक सटीक और प्रभावी है। European Society of Cardiology (ESC) और American College of Cardiology (ACC) द्वारा सुझाए गए मार्गदर्शनों के साथ तुलना करने पर, ARTEMIS एल्गोरिदम ने दोगुनी तेजी और सटीकता दिखाई है।

यह एल्गोरिदम एक ही POC hs-cTnI माप का उपयोग करता है और इसके साथ विभिन्न चिकित्सा कारकों को ध्यान में रखता है, जैसे कि:

  • मरीज की उम्र
  • लिंग
  • लक्षणों की शुरुआत का समय
  • ईसीजी के परिणाम

क्या यह तकनीक सुरक्षित है?

यह एल्गोरिदम Fourth Universal Definition of Myocardial Infarction के तहत मरीजों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित साबित हुआ है। अध्ययन के अनुसार, इस एल्गोरिदम ने जिन मरीजों का तेजी से निदान किया, उनमें से लगभग 99.96% मरीजों का निदान सही था और इनमें से किसी को भी 30 दिनों के भीतर दिल का दौरा नहीं हुआ। इससे यह साबित होता है कि यह तकनीक न केवल तेज़ है, बल्कि सुरक्षित भी है।

आप यहां इस तकनीक के अधिक विस्तृत परिणाम पढ़ सकते हैं।

किसे फायदा होगा?

इस नई तकनीक का सबसे बड़ा फायदा उन क्षेत्रों में है जहां चिकित्सा सेवाएं सीमित हैं, जैसे कि ग्रामीण इलाकों या छोटे अस्पताल। ARTEMIS एल्गोरिदम का उपयोग उन मरीजों में तेजी से निदान करने के लिए किया जा सकता है, जिनमें दिल के दौरे का संदेह होता है, और उन्हें जल्दी से उचित उपचार दिया जा सकता है।

यह तकनीक न केवल अस्पतालों में, बल्कि अंबुलेंस और रिमोट क्लिनिक में भी उपयोगी हो सकती है। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति को दिल का दौरा होता है और वह अस्पताल पहुंचने से पहले एम्बुलेंस में होता है, तो इस तकनीक का उपयोग करके उसे तुरंत उपचार मिल सकता है।

निष्कर्ष

दिल के दौरे जैसी जानलेवा स्थिति का तेजी से निदान करने के लिए मशीन लर्निंग आधारित यह तकनीक एक बड़ी क्रांति है। यह तकनीक चिकित्सा क्षेत्र में नई संभावनाएं खोल रही है और भविष्य में इसका उपयोग व्यापक रूप से किया जा सकता है।

अगर आपको या आपके किसी करीबी को दिल की समस्या हो, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लें और इस नई तकनीक के बारे में जानकारी प्राप्त करें। अधिक स्वास्थ्य संबंधित जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट जानकारीवाणी पर भी जा सकते हैं।

आप दिल के दौरे की रोकथाम के उपाय के बारे में और जान सकते हैं, और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।


Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *